लगता है कल ही की बात है
जब हम थे कुआँरे
निपट बेचारे
फिर बारात सजाकर
गये थे दूल्हा बने
सबने नाच-नाच कर जश्न मनाया
ससुरालियों ने हमें खूब बनाया
लेकिन हमें खूब भाया
रचना से सृजन
सुनहरा दौर शुरू हुआ
पहले बेटी, फिर बेटा
वागीशा, सत्यार्थ
उसके बाद सत्यार्थमित्र
फिर उसका पुस्तक प्रकाशन
देखते ही देखते
मैं तो सर्जक हो चला
अचानक नहीं, शनै: शनै:
आज ग्यारह साल पूरे हो गये
बेटे को कुछ नहीं चाहिए
बस आइसक्रीम
माँ के हाथों
बेटी अपने में मगन
छूना चाहे गगन
सब कुछ अच्छा सा
और क्या?
सबने स्नेह बरसाया
ईश्वर तेरा धन्यवाद
(सिद्धार्थ)
राजेन्द्र मीणा
मई 01, 2010 @ 00:38:26
अरे भई …! ये तो बहुत ख़ुशी की बात है मुबारक हो …ढेरों शुभकामनाएं http://athaah.blogspot.com/
वीनस केशरी
मई 01, 2010 @ 00:39:23
आपको वैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
हिमान्शु मोहन
मई 01, 2010 @ 00:45:51
आपको वैवाहिक वर्षगाँठ पर हार्दिक बधाई, अब उधर भी बधाई देने जा रहा हूँ भाई!
वन्दना अवस्थी दुबे
मई 01, 2010 @ 00:55:59
बहुत-बहुत मुबारक हो.
Dr. Subhash Rai
मई 01, 2010 @ 01:05:55
Vak aur Saty jab sath hon to arth siddh hota hi rahega mitr. Isiliye to aap arth siddh ho ya siddh arth ya siddharth. jiska arth siddh ho vahi sarth bhi hota hai yani arthpurn ya sarthak. yah sarthakata hi rachna ka anivary tatv hai. Arth se dharm aur kam(nayen)apne aap pure ho jaate hain. Ab rachna ko mukti(moksh) ke liye lagana hai. Mukti mrityu ke bad vali nahin jiteji. aap ke shabd logon ko aanand de saken, yahi to mukti hai. Aur aap ke charon purusharth pure hue. Bahut-bahut shubhashansayen. Aap ki kavita padhkar mujhe bhi 12 May yad aa gayee. Kuchh hi din baki hain.
बेचैन आत्मा
मई 01, 2010 @ 01:25:34
वाह! क्या अंदाज है यह बताने का कि आज मेरी शादी की ग्याहरवीं साल गिरह है!बहुत-बहुत बधाईचलिए मनाने के बाद ही सहीआपको अपने ब्लागर बंधुओं को बताने की सुध आई.खुशी के लम्हें कितने करीब से होकर गुजर जाते हैंवे खुशनसीब हैं जो महसूस कर पाते हैं!..बेटे को कुछ नहीं चाहिएबस आइसक्रीममाँ के हाथोंबेटी अपने में मगनछूना चाहे गगनसब कुछ अच्छा साऔर क्या?..वाह! इन शब्दों से झलकता संतोष ही तो है असली राजखुशी का. एक बार पुनःबधाई हो बधाईयह कितना सुखद हैकि कोषाधिकारी महोदय की शादी की सालगिरह३१ मार्च के एक महीना बाद आई
दिनेशराय द्विवेदी Dineshrai Dwivedi
मई 01, 2010 @ 02:53:31
विवाह की वर्षगांठ मुबारक हो!
'अदा'
मई 01, 2010 @ 02:56:28
आपको वैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
Udan Tashtari
मई 01, 2010 @ 05:31:57
वैवाहिक वर्षगाँठ पर हार्दिक बधाई एवं अनेक शुभकामनाएं.
Arvind Mishra
मई 01, 2010 @ 05:48:51
वैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई,शुभकामनाएं !
कुश
मई 01, 2010 @ 08:48:10
बधाई जी बधाई
अजित वडनेरकर
मई 01, 2010 @ 09:50:55
अजी बहुत बधाई….
प्रवीण पाण्डेय
मई 01, 2010 @ 10:36:08
11 वर्षों की उपलब्धि को सुघड़ता से पिरो दिया शब्दों में ।
Vivek Rastogi
मई 01, 2010 @ 10:49:07
सफ़लतापूर्वक ११ वर्ष पूर्ण करने पर दंपत्ति को शुभकामनाएँ
वाणी गीत
मई 01, 2010 @ 14:54:21
वैवाहिक वर्षगाँठ की बहुत बधाई और शुभकामनायें …!!
राज भाटिय़ा
मई 01, 2010 @ 15:16:24
आप दोनो को बहुत बहुत बधाई ओर शुभकामनायें
शेफाली पाण्डे
मई 01, 2010 @ 16:11:35
aap dono ko bahut bahut badhai….
वन्दना
मई 01, 2010 @ 18:03:47
आपको वैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
विनोद शुक्ल
मई 01, 2010 @ 20:58:24
तुम दोनों सुन्दर छवि लेकर रहो प्रेम में मग्न।दोनों के मानस हो मंगलमय भावों में लग्न।देखो शत शरदों की शोभा जियो सुखी सौ वर्ष।सुनो कोकिला के कलरव में सौ बसन्त के हर्ष॥छाया करती रहे सदा एक दूजे की छांह।सुख दुख में ग्रीवा के नीचे हो प्रियतम की बांह।।जीवन ऐसे ही हंसते खेलते गुजर जाये।ग्यारह वर्ष तो क्या एक सौ ग्यारह वर्ष गुजर जायें॥हम सबकी ढेरों शुभ कामनाएं॥
राजकुमार ग्वालानी
मई 01, 2010 @ 21:32:53
बहुत-बहुत बधाई
rashmi ravija
मई 01, 2010 @ 22:49:00
वैवाहिक वर्षगाँठ पर हार्दिक बधाई….ढेरों शुभकामनाएं
मीनाक्षी
मई 02, 2010 @ 01:48:07
ग्यारह साल पूरे होने का अन्दाज़े बयाँ बेहद खूबसूरत… शुभकामनाएँ
ज्ञानदत्त पाण्डेय Gyandutt Pandey
मई 02, 2010 @ 13:13:01
बहुत बधाई बन्धु! इसी २६ को हमारी शादी को भी तीन दशक हुये!
Harshkant tripathi"Pawan"
मई 03, 2010 @ 11:00:57
"शनै: शनै: बढ़ते रहे हैंशनैः शनैः बढ़ते रहेंशनै: शनै: ही सहीनित नई बुलंदियाँ गढ़ते रहें"देर से ही सही आपको वैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
K M Mishra
मई 04, 2010 @ 09:59:36
आप दोनों को वैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
अनूप शुक्ल
मई 18, 2010 @ 08:10:36
वाह, वाह! शादी के बहाने आप कविता भी गढ़ दिये। बधाई!
अजित वडनेरकर
सितम्बर 28, 2011 @ 19:25:10
एक साल विलम्बित बधाई हमसे भी ले लीजिए…